पंचम दा की बनाई धुन पर इस कव्वाली को रिकॉर्ड भी कर लिया गया जिसमे चार गायक थे, क्या आपको पता है वो चार गायक कौन-कौन ? किशोर कुमार, भूपेंद्र, मन्ना डे ओर चौथे गायक थे आनंद बख्शी जी हा गीतकार आनंद बख्शी हा इस कव्वाली हम सबको आनंद बख्शी की भी आवाज सुनाई देती |
Kapil Varma
Tuesday 16 October 2018
Sunday 14 October 2018
K. P. Saxena फिल्म सवांद और पटकथा लेखक, महशूर व्यंग्यकर, पद्मश्री से सम्मानित के.पी.सक्सेना
हिन्दी के गौरव, के.पी.सक्सेना पूरा नाम कालिका प्रसाद सक्सेना था, के.पी.सक्सेना का जन्म 13 अप्रैल 1932 को बरेली मे हुआ, के.पी.सक्सेना जब 10 साल के थे तभी उनके पिताजी का निधन हो गया, और वो अपनी माँ के साथ अपने मामा के यहाँ लखनऊ आ गए, के.पी.सक्सेना के मामा की रेलवे मे नौकरी थी...
यही लखनऊ शहर उन्होंने मे स्कूल और वनस्पतिशास्त्र मे एम.एस.सी (M.S.C.) की उपाधि प्राप्त करी..ओर वो ईसाई कॉलेज कॉलेज में प्रोफेसर बन गए, यहाँ कुछ साल नौकरी करने के बाद उन्हें रेलवे में सरकारी नौकरी मील गई..ओर उनकी पोस्टिंग भी लखनऊ शहर मे ही हो गई |
साल 1981 मे जब उन्होंने लखनऊ दूरदर्शन के लिए धारावाहिक “बीबी नातियों वाली” लिखा जिसका निर्देशन करा था रामेंद्र सरिन, इस धारावाहिक को लोगो ने बहुत पसंद किया, लोगो की पसंद को देखते हुई बाद में इसे राष्ट्रीय टेलीविजन पर प्रसारित किया गया, जिससे उन्हें पुरे देश मे एक अलग पहचान बन गई |
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